पाँच जून अर्थात पर्यावरण दिवस. इस दिन सरकार क्या करती है पता नहीं पर लोगों को अपने स्तर पर कोशिश करते पाया. सम्यक ने भी अपनी दोस्तों के साथ एक अमलतास रोपा. हमने कुछ साल पहले एक 5 जून को जालंधर में भी एक कीनू का पौधा रोपा था. अब तो बहुत बड़ा हो गया होगा और फल भी देता होगा. 
अमलतास मुझे बहुत भाता है, खासकर मई जून में जब वह पीले फूलों की चादर ओढ लेता है. कुछ् साल बाद हमारे अमलतास पर भी ढेर सारे फूल आयेंगे और पर्यावरण खुश होगा.